मेरी खुशियों से जिस व्यक्ति का,इक मजबूत नाता है ! जो नयनों में मेरे अश्रु को,किंचित भी न भाता है ! है रिश्ता खून से बढ़कर कहीं ,उससे मेरा यारों , ये रिश्ता दिल का है जो"मित्रता",जग में कहाता है !!
-सुनिल शर्मा"नील" थानखम्हरिया 7828927284
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