मंगलवार, 30 अप्रैल 2019

चुनावी दंगल

दोहा मुक्तक
---------

दंगल मचा चुनाव का,नेताओं में जंग !
बिगड़े बोलो से सभी,घोल रहे है भंग !
जात-पात के नाम पर,बढ़ा रहे है द्वेष
दुविधा में वोटर सभी,किसका दे हम संग!

-----------

मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

रीत है ये मीत मेरे

रीत है ये मीत मेरे,बिछड़ना पड़ रहा
पर तुम्हे दिल से,कभी न भूल पाएंगे !
ढाबों के वो चाय और मस्तियों के पल सारे
रह-रह कर हमें,बहुत सतायेंगे !
शिखर पे नाम हो जी आपका ये प्रार्थना है
इस हेतु हम भगवान को मनाएंगे ,
जा रहे हो छोड पर,दुआओं में याद रखें
बस यही गीत हम बार बार गाएँगे !!