गुरुवार, 21 मई 2020

राम जी के होने का प्रमाण

राम जी के होने का जो मांग रहे थे प्रमाण
सारे पापी आँखें फाड़-फाड़कर देख लें !

जिनके दिमाग में थी वर्षों से धूल जमी
गर्द सारे अपनें वे झाड़कर देख लें !

मंदिर के अवशेष कह रहे चीख-चीख
शंकाओं को सत्य से पछाड़कर देख लें!

कण कण में रमें है अवध में राम मेरे
पत्थरों को चाहे तो उखाड़कर देख लें !!

कवि सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया(छतीसगढ़)
7828927284

मंगलवार, 12 मई 2020

सत्ता में जो खुद किये,,,,,

रहता पक्ष विपक्ष में आपस में अनुबंध !
राजनीति गंदी हुई,उठती अब दुर्गंध!
जनता से ये नेह की,करते दोनों बात,
सत्ता में जो खुद किये,अब माँगें प्रतिबंध !

रविवार, 10 मई 2020

दिखावे की मिली है,,,

न धोने ही पड़े कपड़े न कोई
डांट खाई है  !
सुबह से आज क्यों उसकी सभी को
याद आई है !
पढ़ी कुछ भी नही है माँ मगर सबकुछ
समझती है,
दिखावे के दिवस की आज यह
उसको बधाई है !!

रविवार, 3 मई 2020

जो अधिकारी है फूलों के,,,


देश के खातिर जीना मरना,सब कुछ है स्वीकार किया !
अपने प्राणों पर खेलें है,सबका है उपचार किया !
पर कुछ घर के गद्दारों ने,नीचों वाला काम किया,
जो अधिकारी है फूलों के ,उनपे पत्थर वार किया!!