रविवार, 10 मई 2020

दिखावे की मिली है,,,

न धोने ही पड़े कपड़े न कोई
डांट खाई है  !
सुबह से आज क्यों उसकी सभी को
याद आई है !
पढ़ी कुछ भी नही है माँ मगर सबकुछ
समझती है,
दिखावे के दिवस की आज यह
उसको बधाई है !!

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