दुनिया बनइया तोर खेल निराला हे दिखथे सिधवा तेने गड़बड़झाला हे अब कहा होवत हे मान बने मनखे के इहा भल करइया हर हाथ म छाला हे| सुनिल शर्मा"नील" थान खम्हरिया...... 21/8/2015
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