शनिवार, 6 फ़रवरी 2021

ददा के सूरता(रोला)

रोला-12
*ददा के सूरता*
सुधार के बाद
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बेटी करके याद, बाप ला रोवत हावय |
जब ले गे परलोक, नही कुछु ओला भावय |
बीते जम्मों बात, बाप के सुरता आथे |
फोटू ओखर देख, बिकट बेटी पछताथे ||
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सुनिल शर्मा

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