सोमवार, 1 फ़रवरी 2021

माया ला तैं छोड़(रोला 9)

रोला-९
*माया छोंड़*
सुधार के बाद
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आथे खाली हाथ, जनम जब कोनो पाथे |
नइ लेगय कुछ संग, जेन हर मर के जाथे ||
माया ला तैं छोंड़, हवस काबर भरमाये |
मीठा जग मा बोल, रहे कर झन अँटियाये  ||
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सुनिल शर्मा"नील"

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