मोर पंख
सोमवार, 1 फ़रवरी 2021
माया ला तैं छोड़(रोला 9)
रोला-९
*माया छोंड़*
सुधार के बाद
◆◆◆◆◆◆
आथे खाली हाथ, जनम जब कोनो पाथे |
नइ लेगय कुछ संग, जेन हर मर के जाथे ||
माया ला तैं छोंड़, हवस काबर भरमाये |
मीठा जग मा बोल, रहे कर झन अँटियाये ||
◆◆◆◆◆◆
सुनिल शर्मा"नील"
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