गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

कुंडलिया(गणराज)

कुण्डलिया- १
*गणराज*
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पूजा पहिली आप के, करत हवव गणराज | 
सुग्घर कविता लिख सकव, अइसन वर दव आज || 
अइसन वर दव आज, देश के महिमा गाँवव |
मया दया आशीष, बड़े मन के मैं पाँवव ||
कलम लिखय सत मोर, नही कुछ माँगव दूजा | 
रखव मूड़ मा हाथ, करत हव पहिली पूजा ||
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सुनिल शर्मा"नील"

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