मोर पंख
सोमवार, 1 फ़रवरी 2021
कर लव शाकाहार(रोला ८)
*रोला-८*
*कर लव शाकाहार*
सुधार के बाद
◆◆◆◆◆◆
देंह अपन शमशान, बनाथव काबर बोलव |
जीए के अधिकार, बरोबर सब ला तोलव ||
कर लव शाकाहार, माँस अउ दारू त्यागव |
हाथ जोड़ के नील, कहत हे अब तो जागव ||
◆◆◆◆◆◆
सुनिल शर्मा"नील"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें