शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2021

कुण्डलिय 4(बउरव देशी चीज)

कुंडलिया-4
*बउरव देशी चीज*
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बउरव कोई आप झन, कोनो चीनी माल |
नइ तो बनही देश के, ओ जी के जंजाल ||
ओ जी के जंजाल, देश ले हमर कमाही |
ओखर ले बंदूक ,रार वो इहाँ मचाही ||
बउरव देशी चीज,देश के जय तब होही |
भारत होही पोठ, चीन माथा धर रोही ||
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सुनिल शर्मा"नील"

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