मेरे दुःख में मुझे हिम्मत,दिलाने कौन आएगा ! चिरागों सा मुझे जलना,सीखाने कौन आएगा ! फँसा जब भी भंवर में मैं,बनी "माँ"तुम सहारा हो, तुम्ही गर रूठ जाओगी,मनाने कौन आएगा !
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