मोर पंख
गुरुवार, 20 मई 2021
यार चार दे देना(विधाता छंद -6)
विधाता-7
भले जीवन में कष्टों का मुझे अंबार दे
देना |
खुशी के खेत में दुःखों के खरपतवार दे देना |
गिला कोई नही ईश्वर न शिकवा ही
करूँगा मैं,
भले कुछ भी न दे पर यार मुझको चार दे देना ||
सुनिल शर्मा"नील"
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