मोर पंख
मंगलवार, 18 मई 2021
विधाता छंद-5(रोया नही हूँ मैं)
विधाता-5
बड़ी मुद्दत से रातों को सनम सोया नही हूँ मैं |
हुआ अरसा नयन में आपके खोया नही हूँ मैं"|
गई तुम जिंदगी से संग सबकुछ ही गया मेरा,
किया मन तो बहुत खुल के मगर रोया नही हूँ मैं ||
सुनिल शर्मा"नील"
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