मोर पंख
रविवार, 31 जनवरी 2021
हरा साग भाजी(रोला ६)
रोला-6
*हरा साग भाजी*
सुधार के बाद
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आवत हावय साग, शरद मा आनी-बानी |
खावव ताजा आप, सबो झन रे दिलजानी ||
काया होही पुष्ट,रोग सब दूर भगाही |
त्वचा दमकही तोर, रोग प्रतिरोध बढ़ाही ||
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सुनिल शर्मा"नील"
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