बुधवार, 27 जनवरी 2021

उल्लाला 19"तिरंगा"

उल्लाला-6
*तिरंगा*
●●●●

तैं कपड़ा भर झन जानबे ,  हमर हरय अभिमान रे |
ये झंडा खातिर होय हे, कतको झन कुर्बान रे ||
●●●●
सुनिल शर्मा

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें