शनिवार, 16 जनवरी 2021

लिख अइसन कुछ(उल्लाला 5)

उल्लाला-5
*लिख अइसन कुछ*
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लंदर-फंदर छोड़के, लिख अइसन कुछ बात ला |
सूरुज बनके चीर दय,  अंधेरी जे रात ला ||
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सुनिल शर्मा

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