शनिवार, 16 जनवरी 2021

इंसान(उल्लाला 7)


*इंसान*
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सबके अंतस भीतरी, देखय जे भगवान रे |
ओला तैं हर जान ले, सिरतो मा इन्सान रे ||
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सुनिल शर्मा"नील"

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