*अमृत ध्वनि छंद*
*भोलेनाथ*
क्रमांक-1
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गंगा हावय मूड़ मा, भसम लगाए अंग |
नरी बिराजे नाग हे, गौरी बइठे संग ||
गौरी बइठे ,संग माथ मा, चंदा हावय |
सुमिरव भोले, नाम जगत ले ,पार लगावय ||
जेंन नाव लय, होवय ओखर, तन-मन चंगा |
जय-जय भोले, धारे तैं हर, पावन गंगा ||
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सुनिल शर्मा
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