**************************** बड़ा तन्हा था जीवन मे,सहारा दे दिया उसने ! फँसे मझधार को जैसे,किनारा दे दिया उसने ! मेरे अधरों के बिसरे गीत,फिर से लौट आए है , मुहब्बत देके पतझड़ को,बहारा दे दिया उसने !! ****************************
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