🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 मर भी जाऊँ ठिठुरकर तो कहना जात से इंसान था कुछ और कहा तो सियासी कौवें झूमेंगे फायदे के लिए| 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 सुनिल शर्मा "नील" थान खम्हरिया,बेमेतरा 7828927284 23/01/2016 CR
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें