बुधवार, 27 जनवरी 2016

जख्मी दिल में

जख्मी है दिल
💔💔💔💔💔💔💔
जख्मी है दिल पैबन्द
लगा दे कोई
हवाएँ बेवफाई की रूह
कंपा रही है। 
💔💔💔💔💔💔💔💔
सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा
7828927284
28/01/2016
CR

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें