रविवार, 10 जनवरी 2016

तुम्हारे लिए

           तुम्हारे लिए
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
कुछ सुबह ,कुछ शाम रखे थे
कुछ खास , कुछ आम रखे
कुछ साज,कुछ नगमे रखे थे
कुछ राज ,कुछ एहसास रखे थे
तुम्हारे लिए............
कुछ नींदे ,कुछ सपने रखे थे
कुछ शरारतें,शिकायतें रखे थे
कुछ आँसू,कुछ मुस्कान रखे थे
कुछ वादे,कुछ इरादें रखे थे
तुम्हारे लिए.............
कुछ ग़ज़ल ,कुछ अल्फाज रखे थे
कुछ फिक्र,चाहत के इत्र रखे थे
कुछ धड़कन ,कुछ तड़पन रखे थे
कुछ जवाब ,बहुत से सवाल रखे थे
तुम्हारे लिए................
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
📝सुनिल शर्मा "नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ.ग.)
7828927284
09/01/2015
CR

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें