शुक्रवार, 20 नवंबर 2015

"""आतंकवाद""""

आतंकवाद के सेती देखव भुइया लाल होत हे एखर सेती मनखेपन सुसक-सुसक के रोत हे
नाननान लईका ल लुढहार आतँकी बनात हे कोंवर-कोंवर हाथ म मउत के समान धरात हे अ,आ,इ के जघा लईकामन जेहाद सीखत हे खेले खाय के उमर म आँखी म लहू दिखत हे
७० हूर ,जन्नत के लालच म आतंकी बनजात हे बिन बिचारे दूसर ल मारे बर खुद ल उड़ात हे बगदादी,दाऊद,हाफिज इखर आका के नाव हे कतको दाई के कोरा म इखर पाप के दे घाव हे दाई ले बेटा,बहिनी ले भाई,लईका ले बापलूटत हे दुनियाभर म इखर चेला मउत बाँटत घूमत हे जाने कहा ले पाथे पइसा आतंक फइलायबर सिधवा मनखे ल मास के लोथड़ा बनाय बर जम्मों आँखी म डर हे मनखे निकले म डर्रात हे फटाका घलो फुटत हे तेन म सब काँप जात हे आतंकवाद हरय अमरबेल पोसइया ल खात हे पाकिस्तान, सीरिया सांप पोस के पछतात हे इस्लाम ल घलो हत्यारा मन बदनाम करत हे दुनियाभर म मजहबी दंगा के जहर ल घोरतहे अब समय आगेहे सब मिलके कमर कसबो हत्यारामन के नास करेबर मिलके आघु बढ़बो कुलूप अंधियार हारही जब सुरूज कस बरबो चैन के सांस नइलन एखर जड़मूल नास करबो| सुनिल शर्मा "नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा
7828927284
9755554470
CR
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