रविवार, 29 मार्च 2020

मंदिरों का हिसाब

जिन्हें पढ़ना नही आता किताब मांग रहे है!
जिन्हें प्रश्न पूछने का सलीका नही  जवाब मांग रहे!
कभी कौड़ी न चढ़ाई जिन्होंने मंदिर की दानपेटी में,
ऐसे भीखमंगे मंदिरों का हिसाब मांग रहे है!!

सुनिल नील

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