मंगलवार, 31 जनवरी 2017

क्योंकि मुहब्बत को मैं,,,

बस इसलिए उसका इन्तजार किया करता हूँ...
क्यूँकि मुहब्बत को मैं खुदा कहता हूँ.....
देर है उसके घर पर अंधेर नहीं करता.....
एक इसी आस में सजदे किया करता हूँ......

सुनिल शर्मा
देवांगन पारा,थान खमरिया
7828927284

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