तुमने है पूरा किया आज वह आस है |
खरे उतरे है दोनों कंधें मजबूत तेरे
चहुओर भारत में दिखता उल्लास है |
भाले से है स्वर्ण जीत लहरा दिया तिरँगा
जीत लिया देश का "नीरज" विश्वास है |
प्रेरणा बनेगा कल, सैंकड़ों युवाओं हेतु
काम वो महान कर रचा इतिहास है ||
सुनिल शर्मा "नील"
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