गुरुवार, 26 अगस्त 2021

कज्जल छंद प्रयास -1 व 2

*कज्जल छंद*
*इरखा*
सुधार के बाद

इरखा के दव छोड़ संग |
करवाथे ये सदा जंग ||
सादा के अपनाव ढंग |
मया प्रीत के रँगव रंग ||

*सेना*

सेना आवय हमर शान   |
रहिथे मन मा सदा ठान ||
जावय भलकुन हमर जान|
माटी के झन जाय मान ||

सुनिल शर्मा "नील"

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