मोर पंख
रविवार, 27 जून 2021
सवैया-1(राम सीता जी प्रथम मिलन)
राम सिया जब बाग मिले तब नैंनन बैन हुए बड़ नाना |
जन्म धरे धरनी हम दोउ रमा हरि देख लिए पहचाना |
धीरज खोय रही इत श्री हिय राघव हेत करे अकुलाना |
नीर बिना तड़पे जस मीन हुए हरि भी उस मीन समाना |
सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया(छत्तीसगढ़)
8839740208
782892728
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