पति के कारण निर्जला रहती माताएं आज! करती "शिवगौरा"पूजन करके श्रृंगारिक साज! नही मांगती खुद खातिर मांगती केवल इतना ही, सदा सजे मेरी मांग पर प्रभु मेरे सुहाग का ताज!!
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