मंगलवार, 4 सितंबर 2018

तीजा पर कविता

पति के कारण निर्जला रहती माताएं आज!
करती "शिवगौरा"पूजन करके श्रृंगारिक साज!
नही मांगती खुद खातिर मांगती केवल इतना ही,
सदा सजे मेरी मांग पर प्रभु मेरे सुहाग का ताज!!

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