सोमवार, 6 फ़रवरी 2017

गुलाम मशीनों का......


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मैदान सूना है कोई खेल दिखाई नही देता
पहले सा आपस में मेल दिखाई नही देता
गुलाम मशीनों का कुछ ऐसा बना मानव
ननिहालो के बालों में तेल दिखाई नही देता|
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सुनिल शर्मा"नील"
थानखम्हरिया(छत्तीसगढ़)
7828927284
रचना-06/02/2017
CR

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