****************************** तूफानों में आजादी की नाव खेता रहा क्रांतिवीर फिरंगियों से लोहा लेता रहा "आजाद"था गुलामी छू न पाई जीते जी जब तक जिया मूँछों पे ताव देता रहा | ******************************* सुनिल शर्मा"नील" 7828927284 CR
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