रविवार, 6 नवंबर 2016

तकें है राह भाई की

एक फौजी के बहन की स्थिति का चित्र देखें,,,,,,,,,,,, ■■■■■■■■■■■■■■■■■■ जलाये आस का दीपक ,तकें है राह भाई की पता है वो गया रण पर ,मगर है चाह भाई की नयन से धार है बहती,निहारती चित्र को अपलक सभी बहनें हमेशा ही,करे परवाह भाई की| ■■■■■■■■■■■■■■■■■■ सुनिल शर्मा"नील" थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ. ग.) 7828927284 06/11/2016 Copyright

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