एक फौजी के बहन की स्थिति का चित्र देखें,,,,,,,,,,,,
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जलाये आस का दीपक ,तकें है राह
भाई की
पता है वो गया रण पर ,मगर है चाह
भाई की
नयन से धार है बहती,निहारती चित्र
को अपलक
सभी बहनें हमेशा ही,करे परवाह
भाई की|
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सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ. ग.)
7828927284
06/11/2016
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