मंगलवार, 22 नवंबर 2016

रेल दुर्घटना पर

रेल दुर्घटना पर ****************************** देते रहे सन्देश सब,पर टालते ही रह गए अपने किये पर पर्दा ,वे डालते ही रह गए ये भूल मानव की कहूँ या काल की मैं क्रूरता हर पल सफर में मौत को वे पालते ही रह गए ********************************* सुनिल शर्मा"नील" थांनखम्हरिया(छ. ग.) 7828927284 22/11/2016 Cr

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