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गगन पर खेलते तारे,मिले सौगात
पूनम की
नहाती ओस से धरती ,करे क्या बात
पूनम की
लगे है दूध की धारा, बहे है नील
अम्बर में
ठिठुरकर चाँद ने देखो ,गुजारी रात
पूनम की|
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सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ. ग.)
7828927284 Copyright
10/11/2016
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