धरा धाम पर धरा जन्म जगपालक ने
द्वेष को मिटाने दिया प्रेम रंग श्याम ने |
वंचितों व पीड़ितों को गले से लगाया सदा
द्वापर में शोषितों का किया संग श्याम ने |
कंस के नृशंस दंश से थी जगती जो त्रस्त
मान मिटा उसका था भंग किया श्याम ने |
धर्म ध्वज लहराने पाप जड़ से मिटाने
सत्य को सदा जिताने जंग किया श्याम ने ||
सुनिल शर्मा नील
थान खम्हरिया(छत्तीसगढ़)
8839740208
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