शनिवार, 10 अप्रैल 2021

कोरोना (छप्पय छंद 4)

छप्पय छंद-४
*कोरोना*
सुधार के बाद
●●●●●
चीन देश ले आय, करोना नाम धराए |
बाँटत हावय मौत,जगत ला ये रोवाए ||
मरगे लाखो लोग, करोड़ों घर हे टूटे |
डर के हे माहौल, नौकरी मन हे छूटे ||
बीमारी ये हारही, लड़बो जुरमिल संग रे |
करबो हम कर्तव्य ला, खचित जीतबो जंग रे ||
●●●●●
सुनिल शर्मा"नील"

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें