सोमवार, 23 सितंबर 2019

सच को सदा

राजदरबारों के कभी प्रशस्ति गान नही
लिखूंगा !
कलम से जयचंदों का सम्मान नही
लिखूंगा !
चाहे चुनवा दिया जाऊं सच को सदा
सच लिखूंगा मैं,
भूलकर भी अकबर को मैं महान नही
लिखूंगा!!

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