रविवार, 1 सितंबर 2019

सपनों का महल बिखर गया,,,,

वादा करके कोई अपना मुकर गया आज फिर !
इन आंखों को समंदर वो कर गया आज फिर !
मिन्नतें लाख की हमने उनसे मुहब्बत की खातिर ,
अफ़सोस सपनों का महल बिखर गया आज
फिर !!

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