गुरुवार, 13 जुलाई 2017

भूल गया है आदमी
*******************************   "सोना" पाकर सोना भूल गया है आदमी
फसल "प्रेम" की बोना भूल गया है आदमी
स्वार्थ की दौड़ में पीछे छूँट गया सबकुछ
गम में औरों के रोना भूल गया है आदमी!
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सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया(छत्तीसगढ़)
7828927284
सर्वाधिकार सुरक्षित

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