गुरुवार, 15 अक्तूबर 2020

गंगाजल होती नारियाँ


●●●●●●●●●●●●●●●●●

जिन विपदाओं से पुरुष भी है हार जातें         
उन कठिनाइयों का हल होती नारियाँ!

नारियाँ दया व प्रेम,ममता की होती खान
सृष्टि का आज और कल होती नारियाँ!

नारियाँ ही जन्म देती भगत-शेखर-शिवा
राष्ट्रों का सदा आत्मबल होती नारियाँ!

जिस घर भी ये जन्म लेती वो पवित्र होता
तार देने वाली गंगाजल होती नारियाँ!!

●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया(छत्तीसगढ़)
8839740208
सर्वाधिकार सुरक्षित

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें