मंगलवार, 10 दिसंबर 2019

गोंडवाना वीर नारायण को प्रणाम है,,,

गोरों के विरुद्ध जहाँ फूँका गया था बिगुल
सोनाखान के हरेक कण को प्रणाम है!

शौर्य देख जिनका थी,भारती भी मुसकाई
वीरता के उस हर क्षण को प्रणाम है!

भूख व अकाल से थी,प्रजा हुई तप्त तब
अन्न को खिलाने वाले प्रण को प्रणाम है!

भारती के रक्षा हेतु बलिदान होने वाले
गोंडवाना वीर नारायण को प्रणाम है!!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें