शनिवार, 10 फ़रवरी 2018

कब किसको मजबूर किया

बल पर तलवारों के हमने कब किसको मजबूर किया !
गले लगाया सबको हमने कब किसको खुद से दूर किया !
बात आन पर आ जाए तो हम पोरस बन जाते है ,
वक़्त पड़ा तो पल में ही हमने,दंभ सिकंदरों का चूर किया !!

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