शनिवार, 24 दिसंबर 2016

इन्हें भाता है तैमूर

       
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माफ़ करना "महाराणा" हम
शर्मिंदा है
तेरे देश में आज भी जयचंद
जिन्दा है
कलाम,हमीद नही इन्हें भाता
है तैमूर
वतन से नमकहरामी इनका पुराना धंधा है|
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सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया(छत्तीसगढ़)
7828927284
25/12/2016
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