1)हौसला जब पीर को हमने बनाया।
फूल पत्थर में खिलाकर जग हँसाया।
2)शक्ति हो बाहों में तो दुनिया तुम्हारी
सूत्र हमको जिंदगी ने यह सिखाया !
3)शूल पर चलता रहा जो होकर अविचल
आसमां कदमों तले उसने झुकाया !
4)था भरोसा जिनपे हमको सबसे ज्यादा
सबसे ज्यादा दिल उन्होंने ही दुखाया !
5)कौन अपना और पराया जिंदगी में
मुफलिसी ने हमको आकर है बताया !
6)आफतों को गालियाँ दो इस तरह न
इसने ही हमको तपा कुंदन बनाया !
7)सत्य का करता सदा जो अनुसरण है
वह सदा रहता है तन्हा हमने पाया!
8)हँसने वालों चोंट पर औरों के सुनलो
वक्त से कोई कहा भला बच हैं पाया !
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