मंगलवार, 22 नवंबर 2016
रेल दुर्घटना पर
शनिवार, 19 नवंबर 2016
निराला साहित्य समिति,थान खम्हरिया की गोष्ठी संपन्न,विमुद्रीकरण का किया कवियों ने समर्थन
"निराला साहित्य समिति,थान खम्हरिया(छ. ग.) की काव्य गोष्ठी संपन्न,विमुद्रीकरण का किया कवियों ने समर्थन"
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नगर की सबसे पुरानी और सक्रिय साहित्यिक समिति निराला साहित्य समिति थानखम्हरिया(छ. ग.) की काव्यगोष्ठी कल दिनाँक 18/11/2016 को फाइन फिनिश टेलर्स प्रतिष्ठान में संपन्न हुई!गोष्ठी का प्रारंभ अध्यक्ष राजकमल जी एवम अनिल तिवारी(कोषाध्यक्ष) के द्वारा माँ शारदे के पूजन के साथ प्रारम्भ हुआ|आयोजित गोष्ठी में सभी कवियों ने नवरसों की वर्षा अपने रचनाओं के माध्यम से की!विमुद्रीकरण, सर्जिकल स्ट्राइक,देशभक्ति और छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ में शराब से हो रही दुर्गति पर कवियों ने अपनी रचनाएँ पढ़ी!गजलकारों के गजलों और ओज कवियों के देशभक्ति रचनाओं ने समा बाँध दिया!गोष्ठी का सफल संचालन कवि रामस्नेही नामदेव ने किया!इस गोष्ठी में समिति के राजकमल राजपूत,अनिल तिवारी,गिरधारी देवांगन,सुनिल शर्मा नील,रामस्नेही नामदेव,चैतन्य जितेंद्र तिवारी,मूलचंद निर्मलकर,श्रवण साहू,संदीप साहू आदि कवि उपस्थित रहे!कार्यक्रम का आभारप्रदर्शन सचिव गिरधारी देवांगन ने किया|
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अधूरा मुक्तक
मंगलवार, 15 नवंबर 2016
मुस्कुराई "भारती"
खेलते थे आजतक जो देश के
सम्मान से
हाथ कीचड़ से सने सजते धवल
परिधान से
देख तड़पन आज उनकी अवनि को
राहत मिली
मुस्कुराई ""भारती""मोदी के इस
अभियान से | ******************************** सुनिल शर्मा"नील"
थानखम्हरिया(छ. ग.)
7828927284
16/11/2016 CR
मुस्कुराई भारती
मुस्कुराई भारती
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आजतक खेला किए,जो राष्ट्र के
सम्मान से
जो सदा कुतरा किए,माँ की चुनर
जीजान से
देख तड़पन आज उनकी,है मुझे
राहत मिली
मुस्कुराई भारती मोदी के इस
अभियान से
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सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ. ग.)
7828927284
15/11/2016
Cr
रविवार, 13 नवंबर 2016
दो धककेँ
लाइन लगना"जियो"के लिए
अखरता नहीं
भीड़ से "मयखाने"के कभी
बिफरता नही
दो धक्के देश के लिए खाकर
तिलमिला गया
शुक्रवार, 11 नवंबर 2016
राम राज्य आ रहा है
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न नींद है ,न हलक में निवाला
जा रहा है
समूह कालाबाजारी का शोकगीत
गा रहा है
"ईमानदारी"कुछ दिनों से खुश है
बहुत
लगता है फिर से "रामराज्य" आ
रहा है *********************************
सुनिल शर्मा"नील"
थांनखम्हरिया(छत्तीसगढ़)
7828927284
11/11/2016
Copyright
गुरुवार, 10 नवंबर 2016
रात पूनम की
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गगन पर खेलते तारे,मिले सौगात
पूनम की
नहाती ओस से धरती ,करे क्या बात
पूनम की
लगे है दूध की धारा, बहे है नील
अम्बर में
ठिठुरकर चाँद ने देखो ,गुजारी रात
पूनम की|
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सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा(छ. ग.)
7828927284 Copyright
10/11/2016
मंगलवार, 8 नवंबर 2016
कालाधन माटी हुआ.....
सोमवार, 7 नवंबर 2016
अपने साथ देने लगे अधर्म को
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"अपने" साथ देने लगे अधर्म को
भूलकर मानवता के मर्म को
जरूरी होता है उठाना गांडीव
दिखाए पाप आँखें जब धर्म को ■■■■■■■■■■■■■■■■■■
सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा
7828927284
कॉपीराइट
07/11/2016 "
रविवार, 6 नवंबर 2016
तकें है राह भाई की
बहन रोती है भाई की
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जलाये आस का दीपक ,तकें है राह भाई की
पता है वो गया रण पर ,मगर है चाह भाई जी
नयन से धार है बहता निहारे चित्र को अपलक
टिकाकर गोद मैया की ,बहन रोती है भाई की|
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सुनिल शर्मा"नील"
7828927284
07/11/2016
Copyright
निहारे राह भाई की
भाई दूज पर एक जवान के घर का चित्र,,,,,,,,,,
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जलाकर आस का दीपक,निहारे राह
भाई की
जानती है वो रण भू पर ,है फिर भी चाह
भाई की
अश्रू की धाराएँ बहती,देखती चित्र को
अपलक
टिकाकर सिर को गोदी में,बहन रोती है
माई की|
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सुनिल शर्मा"नील"
थानखम्हरिया,बेमेतरा(छ. ग.)
7828927284
9755554470
Copyright
07/11/2016