कलह व क्लेश परिवेश में न देश के हो
गणराज काज आप ऐसा कर दीजिए !
राष्ट्र के लिए जिए व राष्ट्र के लिए ही मरें
ऐसा सबमें पवित्र भाव भर दीजिए !
भूख से मरे न कोई ,बेटियाँ न डरें कोई
भारतभूमि से सारे दुःख हर लीजिए !
किसानों को स्वाभिमान,नारी को मिले सम्मान
ऐसा हो स्वदेश मेरा ऐसा वर दीजिये !!
कवि सुनिल शर्मा"नील"
8839740208
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें