मुक्तक-गुरु वो है जो श्यापपट्ट से सूरज उगाया करते है
कभी शिवा,कभी अर्जुन,कभी चंद्रगुप्त बनाया करते है !
हमारी छिपी शक्तियों से हमें अवगत कराया करते है!
सिर्फ मनुष्य न जानों देवों से भी कद ऊँचा है इनका ,
गुरु वो है जो श्यामपट्ट से सूरज उगाया करते है !!
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