"यान"
दुनियाभर में बढ़ गया,भारत का सम्मान
जब मंगल के पृष्ठ पर,पहुचा मंगल यान
"ध्यान"
करतें है वें क्रोध कम,जो नित करतें ध्यान
कहतें सारे शोध यह,कहतें है विद्वान !
"म्यान"
गुण की पूजा ही सदा,होती है लो जान
शमशीरों को छोड़कर,नही पूजते म्यान!!
कवि सुनिल शर्मा "नील"
थान खम्हरिया
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