रिया रिया रिया रिया, रिया रिया रिया रिया
जिसे देखो बस यही ,बात कर रिया है!
कोई कहता है वह,हत्यारी सुशांत की है
इसने नागिन बन ,उसे डस लिया है!
कहती है रिया पर,मैं हूँ प्रेयसी आदर्श
मैंने खून नही दर्द,उसका ही पीया है!
कहता हूँ सबसे मैं,अटकलें बन्द करो
आएगा पकड़ कृत्य जिसने ये किया है!!
सुनिल शर्मा"नील"
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