पट
*****
दरबारी विस्मित हुए,पट का हुआ न अंत
द्रुपदसुता के मान हित,प्रकट हुए भगवंत!!
कपट
*****
सम्बन्धों में कपट का,करतें जो व्यवहार
जीवन में उनको कभी,सुलभ न होता प्यार!!
लपट
*****
देशभक्ति का इसतरह,गजब निभाया रस्म
कितनी पद्मिनियाँ हुई ,लपट बीच में भस्म!!
सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया(छत्तीसगढ़)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें